कैंची धाम का इतिहास व कहानी | Kainchi Dham

इस Article में आप जानेंगे Baba Neem Karoli से जुड़े हुए रहते और Kainchi Dham के बारे में जिसके बारे में अनेकों रहस्य में अनेकों चमत्कार है जिसके कारण वह देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है जहां पर भक्त दूर-दूर से Baba Neem Karoli के दर्शन करने आते हैं

Kainchi Dham


कैंची धाम का इतिहास | Kainchi Dham Ashram

जैसा कि हम सब जानते हैं उत्तराखंड को देवभूमि भी कहा जाता है उत्तराखंड की भूमि पर अनेकों चमत्कारी मंदिर और पौराणिक मंदिर है जिनके अनेकों रहस्य है और दोस्तों आज उत्तराखंड में स्थित एक ऐसा मंदिर है जिसके बारे में आज हम बात करेंगे और जिस मंदिर को कैंची धाम के नाम से जाना जाता है और यह मंदिर उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित भवाली नामक स्थान पर है जहां यह मंदिर स्थित है और यदि इस मंदिर की बात करें तो यह मंदिर केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी प्रसिद्ध है और यह मंदिर बाबा नीम करोली महाराज जी की वजह से भी काफी प्रसिद्ध है जिन्हें जिनके बारे में बताया जाता है कि मैं हनुमान जी के अवतार थे और इस मंदिर के प्रसिद्ध होने से यहां पर हर रोज देश-विदेश से आने को भक्त श्रद्धालु बाबा नीम करौली के दर्शन करने आते हैं और इस मंदिर में प्रतिवर्ष मंदिर की स्थापना वाले दिन यानी कि 15 जून को विशाल भंडारा वह मेले का आयोजन होता है सन 1942 ईस्वी में बाबा नीम करौली ने सॉरी महाराज साधु प्रेमी बाबा को समर्पित एक आश्रम की स्थापना की और कहा जाता है कि प्राचीन समय में समरी महाराज और साधु प्रेमी बाबा इस स्थान पर यह किया करते थे और नीम करोली बाबा का सपना 1962 ईस्वी में साकार हुआ जब उन्होंने यहां पर एक आयताकार मंच का निर्माण कराया वैसे तो इस मंदिर के अनेकों रहस्य है जिसमें बाबा नीम करोली के दर्शन मात्र से ही भक्त मन में शांति पाते हैं और नई ऊंचाइयों को छूने के लिए सच हो जाते है  इसलिए आज भी दूर-दूर से सेनानी बाबा नीम करौली के दर्शन करने कैंची धाम में आते हैं

कैंची धाम में जब स्टीव जॉब्स आए | Neem Karoli Baba Ashram

वैसे तो कैंची धाम पहाड़ों पर स्थित एक प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है और यह काफी सुंदर और अध्यात्मिक जगह भी मानी जाती है कैंची धाम मंदिर के चारों ओर जंगल व इसके आसपास नदिया होने के कारण यहां पर स्वयं भगवान होने का एहसास होता है और मन को शांति प्राप्त होती है
कैंची धाम केवल आज ही नहीं बल्कि जकाफी सालों पहले से प्रसिद्ध है और इस बात का अंदाजा इसी चीज से लगाया जाता है कि जब 1973 में एप्पल कंपनी के सीईओ स्टीव जॉब्स ने इस मंदिर का दौरा करा था और यह दौरा उन्होंने तब किया था जब उन्होंने कंपनी बंद करने का फैसला लिया था और उस समय में काफी परेशान थे अशांत थे और कैंची धाम प्रसिद्ध होने के साथ-साथ जब स्टीव जॉब को इसके बारे में पता लगा तो तब मैं यहां पर आए थे जिसके बाद उनके मन को शांति मिली साहस मिला और तब से ही एप्पल कंपनी को नया मुकाम मिल गया और आज आप देख सकते हैं कि एप्पल कंपनी किस मुकाम पर है और केवल यही नहीं बल्कि फेसबुक कंपनी के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने भी इस मंदिर का दौरा किया था और वह भी स्टीव जॉब के बताने पर और तभी से फेसबुक कंपनी भी नई ऊंचाइयों को छूने लगी थी

कैंची धाम कैसे पहुंचे


मेहंदीपुर धाम की अनसुनी घटनाएं


 कैंची धाम कैसे पहुंचे | Neem Karoli Baba Ashram India

वैसे तो कैंची धाम तक सड़के काफी अच्छी बनाई गई है और कैंची धाम नैनीताल से भवाली क्षेत्र 18 किलोमीटर दूर है और आप कैची धाम तक ड्राइव करके जा सकते हैं या फिर किराए की गाड़ी ओला उबर जैसी टैक्सी करके भी जा सकते हैं
और जहां पर ट्रेन से यात्रा करने वालों के लिए भी आसान रास्ता है यदि आप ट्रेन से यात्रा करते हैं तो आपको काठगोदाम रेलवे स्टेशन पर उतरना होगा और जिस से कैंची धाम 45 किलोमीटर दूर रह जाता है और इसी रेलवे स्टेशन के बाहर आपको टैक्सी जैसी सुविधाएं उपलब्ध होगी और बस भी उपलब्ध है
और यदि आपको हवाई जहाज से जाना पसंद है तो आपको कैची धाम के निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर उतरना होगा जिस से कैंची धाम लगभग 70 किलोमीटर दूर रह जाता है और फिर आप इस हवाई अड्डे से टैक्सी या बस लेकर एनएच 109 मार्ग के माध्यम से कैंची धाम पहुंच सकते हैं और जिसके बाद आप आसानी से कैंची धाम बाबा नीम करौली के दर्शन कर सकते हैं

 

FAQ :-

Qus 1 कैंची धाम में ऐसा क्या खास है?

Ans कैंची धाम एक तीर्थ स्थल है जहां हनुमान जी की पूजा होती है और इसे बाबा नीम करोली के नाम से भी जाना जाता है जहां प्रतिवर्ष 15 जून को एक विशाल मेले वह भंडारे का आयोजन होता है

Qus 2 क्या नीम करोली बाबा असली है?

Ans बाबा नीम करोली एक हिंदू गुरु थे जो हनुमान जी के बड़े उपासक थे इनका जन्म 1900 के आसपास बताया जाता है इनका जन्म उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के अकबरपुर नामक गांव में हुआ था जिनका बचपन का नाम लक्ष्मण नारायण वर्मा था इनका जन्म धनी ब्राह्मण परिवार में हुआ था

Qus 3 क्या स्टीव जॉब्स नीम करोली बाबा से मिले थे?

Ans स्टीव जॉब एक बार भारत घूमने आए थे और उन्हें कैंची धाम के बारे में पता चला लेकिन स्टीव जॉब्स घूमने आए थे जब मैं अशांत थे और उन्होंने अपनी एप्पल कंपनी को बेचने का फैसला किया था फिर उन्हें कैंची धाम के बारे में पता चला और उन्होंने नीम करोली बाबा से मिलने का फैसला किया लेकिन वे उनसे नहीं मिल पाए क्योकि कुछ समय पहले उनकी मृत्यु हो चुकी थी लेकिन उन्होंने वहां पहुंचकर उनकी समाधि के दर्शन करे जिसके बाद उनके मन को शांति मिली और उनके अंदर सहास पैदा हुआ जिसके बाद एप्पल कंपनी को एक नया आयाम मिल गया



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